Unch Maza Zoka Sargam Notes
Instructions: Sign (k) = Komal Swar, (t) = Teevra Swar, Small Alphabets = Lower Octave, Capital Alphabets = Higher Octave. See Harmonium Theory Click Here Key Name details with diagram.
Unch Maza Zoka Sargam Notes Available On Sargam Book. Easy Harmonium Sargam Notes For Unch Maza Zoka Sung By Janhvi Prabhu, Flute Notes, Classical Notes, Lyrics.
Song : Unch Maza Zoka
Singer : Janhvi Prabhu
Classical Sargam Notes : www.sargambook.com
PDF Shop: shop.pianodaddy.com
Online Classes: Learn Classical Music At Home (Online Classes)
Join Us: YouTube, Facebook, Twitter, Instagram, Whatsapp, Telegram, Reddit
Sargam Notes
Starting Music :
Pa Dha, Re Sa Ni Dha, Ma(t) Pa Dha Pa Ma Ga Re
चांदणे चाहूल होती
Dha Re Sa Ni Pa Ma(t) Pa
कोवळ्या पाऊलि
Re(k) Re Ga Dha, Ma Ga Re Re(k) Re
माप मी ओलांडले अन
Dha Re Sa Ni Pa Ma(t) Pa
दूर गेली भातुकली
Re(k) Re Ga Dha, Ma Ga Re Re(k) Re
खेळण्याचे होते वयं
Pa Ga Pa Pa, Pa Dha Dha Dha Dha
अंगणाची होती सय
Dha Sa Sa Re, Ni Pa Dha Dha
सोवळ्या मनात माझ्या
Pa Dha Re(k) Re(k), Re(k) Re Re(k) Sa Ni Dha
भरे नभाचा आशय
Pa Dha Re(k), Re(k) Re Ma, Ga Re(k) Re
थबकले उंब-यात मी
Re Sa Ni Dha Pa Dha Re Re Re Re
पाहुनी नवी पहाट
Dha Dha Dha Ni Pa Pa Ma(t) Ga Re Ga
जणू जन्मले नव्याने
Dha Dha Pa Dha Re Re Re Re
भारता हा मळवट
Dha Pa Pa Dha Ni Sa Pa Pa
हाती अमृताचा वसा
Dha Pa Dha Re Re Re Ga Re Re(k)
साथ देई माझा सखा
Dha Pa Dha Re Re Re Ga Re Re(k)
त्याच्या कृतार्थ डोळ्यात
Dha Pa Dha Dha Sa Sa Re Ni
झुले उंच माझा झोका
Dha Pa Dha Re(k) Re(k) Re Ma Ga Re
उंच उंच माझा झोका
Dha Pa Dha Re(k) Re(k) Re Ma Ga Re
झुले उंच माझा झोका
Dha Pa Dha Re(k) Re(k) Re Ma Ga Re
Chords
Coming Soon…
Lyrics
चांदणचाहूल होती कोवळ्या पाऊली
माप मी ओलांडले अन् दूर गेली भातुकली
खेळण्याचे होते वय, अंगणाची होती सय
सोवळ्या मनात माझ्या भरे नभाचा आशय
थबकले उंबर्यात मी पाहुनी नवी पहाट
जणू जन्मले नव्याने भरता हा मळवट
हाती अमृताचा वसा, साथ देई माझा सखा
त्याच्या कृतार्थ डोळ्यांत झुले उंच माझा झोका
दाटुनिया येता मेघ भरे आकाश ओंजळ
माळ ही व्रताची जपता झाले घराचे देऊळ
झिजे पायरी होऊन जन्म चंदनासारखा
त्याच्या कृतार्थ डोळ्यांत झुले उंच माझा झोका
आरतीत तेवे माझ्या मंद ह्या व्रताची समई
तुळशीचे रोप माझे उंच आभाळात जाई
मीच ओलांडले मला, सोबतीस माझा सखा
येई कवेत आकाश झुले उंच माझा झोका
असे आगळे हे नाते ऐक ही रमा सांगते
बीज हे रुजे अंतरी, जगण्याचे फूल होते
अशा संसार गाण्याला त्याचा-माझा एक ठेका
त्याच्या कृतार्थ डोळ्यांत झुले उंच माझा झोका