अच्छा सिंगर बनने के लिए कुछ टिप्स | Easy Tips To Become A Singer
Instructions: Sign (k) = Komal Swar, (t) = Teevra Swar, Small Alphabets = Lower Octave, Capital Alphabets = Higher Octave. See Harmonium Theory Click Here Key Name details with diagram.
Easy Tips To Become A Singer
दुनिया में संगीत एक ऐसी चीज़ है, जिससे शायद ही कोई अछूता रहा हो। हम सभी दैनिक दिनचर्या में किसी ना किसी प्रकार से संगीत के संपर्क में रहते हैं। फिर चाहे वह आपका घर हो, ऑफिस हो, जिम हो, कार हो या कोई पार्टी हो, शायद बिना संगीत के सब कुछ अधूरा सा लगता है।
हम सभी में संगीत है। हर कोई अपने स्तर पर संगीत को समझने की और उसे अपनाने की कोशिश करता है। अगर मै गलत नहीं हूँ तो आप सभी कभी ना कभी बाथरूम सिंगर ज़रूर रहे होंगे। तो चलिए समझते हैं अच्छा सिंगर बनने के लिए कुछ टिप्स।
गायन (Singing), हर किसी में यह विशेषता नहीं होती हैं। संगीत को भगवान की दें मानी जाती है और ऐसा माना जाता है की जिस पर भगवान की कृपा होती है, वही गा सकता है। परन्तु ईश्वर ने सबको अपनी कर्मठता से अपने सपने साकार करने की शक्ति दी है। अगर आपका गला और आवाज़ साधारण है, तो भी जबरदस्त रियाज़ करके आप अपनी आवाज़ में न सिर्फ नयी जान ला सकते है, बल्कि संगीत की बुलंदियों को छू सकते हैं। गायन में बेहतर बनने के लिए और अपनी आवाज़ को और मधुर बनाने के लिए दैनिक अभ्यास की जरूरत होती है। संगीत सीखने के लिए पहले संगीत का ज्ञान जरूरी है। बेहतर गायक बनने के समय लगेगा, लेकिन आप जल्दी परिणाम देखने के लिए नीचे दिए गए टिप्स शुरू कर सकते हैं :-
1. साँस लेने के व्यायाम (Breathing Exercise): साँस लेने के व्यायाम से गायन की पिच और अवधि को नियंत्रित करने के लिए व्यस्थित करता है। ज्यादा से ज्यादा हवा फेफड़ो में रखने का प्रयास करे जिससे, किसी गीत को गाने के मध्य में आपको सांस सम्बंधित कोई समस्या का सामना ना करना पड़े। ध्यान रखें जितना स्वस्थ आप खुद को रखेंगे उतना ही स्वस्थ आपका गला भी रहेगा।
2. संतुलन और सहजता (Balance Your Daily Routine): इस बात का ध्यान रखें की रियाज़ करने के लिए आपने अपनी दिनचर्या को बहुत कष्टकारी, तनावपूर्ण और असहज न बना दिया हो. ऐसा कर के रियाज़ करने से सफलता नहीं मिलती। इसलिए ये बहुत जरूरी है, कि आप संगीत सीखने के साथ साथ जीवन में बाकी चीजों के साथ संतुलन और सहजता बनाये रखें। किसी चीज़ की जबरदस्ती ना करें। जितना आप कर सकते हैं सिर्फ उतना ही करें लेकिन उसे अच्छे से रियाज़ करे।
3. अपनी सीमा का पता लगाएँ (Know Your Strength): आपके गले का रेंज “पिच”, अपने निम्नतम और उच्चतम स्वरों के बीच गा सकने को आपकी गायन सीमा माना जाता है। आसान भाषा में आप इसे स्केल के माध्यम से भी पता कर सकते हैं। हर किसी का गला भिन्न भिन्न प्रकार का होता है। किसी की आवाज़ मोटी या भारी होती है तथा किसी की पतली या तीखी। किसी गुरु के माध्यम से आप अपनी आवाज़ का पता लगा सकते हैं।
4. सिगरेट, शराब, मांस, ठंडी वस्तुएं, अत्यधिक गर्म वस्तुएं आदि से दूरी बनाए रखें। अगर आपका गला स्वस्थ रहेगा तो ही आप अच्छा गा सकेंगे।
5. सही रियाज़ (Right Practice): यदि आप ऊपर दिए गए हर टिप्स का पालन कर रहे हैं तो आपको ज़रूरत है सही रियाज़ की। सर्वप्रथम आप एक गुरु चुने। और गुरु के मार्गदर्शन में, नित्य अभ्यास करें। अलंकार सबसे अच्छा रियाज़ माना गया है, तो अलंकार का रियाज़ ज़रूर करें। अलंकार की पूरी सूची देखने के लिए यहाँ क्लिक करें…
6. रियाज़ करते समय आपकी चार प्रकार से तैयारी होती है :-
1. आपकी साँस की शक्ति और नियंत्रण स्थिर होती हैं।
2. आपके गले की पेशियाँ, गायकी के उतार चढ़ाव के तनाव को सहजता से झेलने के लिए तैयार होती हैं।
3. आपके कान और दिमाग स्वर को स्वतः प्राकृतिक रूप से पकड़ पाने में समर्थ होते है।
4. आपका मन और आंतरिक सोच, गायकी के लिए जरूरी धैर्य, एकाग्रचित्तता, पवित्रता और सकारात्मकता लाती है। अच्छा गायक बनाने के लिए इन सभी प्रकार से अपने आप को विकसित करना जरूरी है। अगर आपके संगीत सीखने से जुड़े कोई प्रश्न को तो आप हमें मेल (support@pianodaddy.com) कर सकते हैं और Whatsapp – +91-88710-51523 पर संपर्क कर सकते हैं।