भारतीय संगीत के प्रकार | Indian Music Types
Instructions: Sign (k) = Komal Swar, (t) = Teevra Swar, Small Alphabets = Lower Octave, Capital Alphabets = Higher Octave. See Harmonium Theory Click Here Key Name details with diagram.
Indian Music Types
भारतीय संगीत (Indian CLassical Music) के प्रकार समझने के पूर्व आप संगीत की परिभाषा (Definition Of Music), स्वर की परिभाषा, थाट आदि का विस्तार से अध्धयन कर सकते हैं। सरगम बुक वेबसाईट के आर्टिकल सेक्शन में आप सम्पूर्ण संगीत सामग्री पढ़ सकते हैं।
तो शुरू करते हैं आज का विषय। भारतीय संगीत को सामान्यत: 3 भागों में बांटा गया है, या कह सकते हैं बाँटा जा सकता है।
1. शास्त्रीय संगीत (Classical Music)
2. उपशास्त्रीय संगीत (Semi Classical Music)
3. सुगम संगीत (Lite Music)
1. भारतीय शास्त्रीय संगीत (Indian Classical Music) की दो प्रमुख पद्धतियाँ हैं :-
अ. हिन्दुस्तानी संगीत (Hindustani Music) – जो उत्तर भारत में प्रचलित हुआ।
ब. कर्नाटक संगीत (Karnatak Music) – जो दक्षिण भारत में प्रचलित हुआ।
हिन्दुस्तानी संगीत: हिन्दुस्तानी संगीत मुगल बादशाहों के राज में और कर्नाटक संगीत दक्षिण के मन्दिरों में विकसित हुआ। इसी कारण दक्षिण भारतीय कृतियों में भक्ति रस अधिक मिलता है और हिन्दुस्तानी संगीत में श्रृंगार रस।
कर्नाटक संगीत: ज्यादातर भक्ति संगीत के रूप में होता है और ज्यादातर रचनाएँ हिन्दू देवी देवताओं को संबोधित होता है। इसके अलावा कुछ हिस्सा प्रेम और अन्य सामाजिक मुद्दों को भी समर्पित होता है।
2. उपशास्त्रीय संगीत: उपशास्त्रीय संगीत में ठुमरी, टप्पा, होरी, कजरी आदि आते हैं।
3. सुगम संगीत: सुगम संगीत जनसाधारण में प्रचलित है, जैसे – भजन, भारतीय फ़िल्मी संगीत, ग़ज़ल, भारतीय पॉप (Pop) संगीत, लोक संगीत आदि।